Ayurveda’s immunity boosters:सर्दियों में च्यवनप्राश की जगह खाएं ये आयुर्वेदिक चीजें, सेहत को मिलेंगे उतने ही फायदे

सर्दियों में च्यवनप्राश का काफी अधिक सेवन किया जाता है. अगर आप चाहें तो इसकी जगह  च्यवनप्राश जिन चीजों से बनता है, उन्हें खा सकते हैं और उनके लाभ ले सकते हैं. तो आइए जान लीजिए च्यवनप्राश की जगह किन चीजों का सेवन करें. जब आप छोटे रहे होंगे तब च्यवनप्राश जरूर खाया होगा. इसके अनगिनत फायदे बताकर घर वाले आपको खिलाया करते होंगे. लेकिन अब दौड़ती-भागती जिंदगी के कारण कई लोग इसका सेवन नहीं कर पाते. च्वयनप्राश को गुणों से भरपूर माना जाता है

और दावा किया जाता है कि यह इम्यूनिटी मजबूत करता है. इसलिए सर्दियों में इसे खाना काफी फायदेमंद है. च्यवनप्राश का स्वाद खट्टा-मीठा और तीखा होता है. आयुर्वेद में बताया गया है कि इसका नाम 'च्यवन' ऋषि के नाम पर रखा गया है. च्यवनप्राश अमलकी, नीम, पिप्पली, अश्वगंधा, सफेद चंदना, तुलसी, इलायची, अर्जुन, ब्राह्मी, केसर, घृत और शहद आदि को मिलाकर बनाया जाता है.



15 साल से अधिक एक्सपीरियंस वाली डाइटीशियन आशु गुप्ता का कहना है कि आज के समय में लोग नेचुरल फूड्स खाने की अपेक्षा मार्केट में बनी चीजें खाना पसंद करते हैं. अगर आप च्यवनप्राश के इंग्रेडिएंट को डायरेक्ट खाएंगे तो आपको अधिक फायदा होगा. अगर आप चाहें तो च्यवनप्राश जिन चीजों से बनता है, उनमें से कुछ चीजें आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद कर सकती हैं. आंवला पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है. यह च्यवनप्राश का मुख्य इंग्रेडिएंट है. आंवला विटामिन सी के सबसे अच्छे सोर्स में से एक है. इसमें काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनिटी बूस्टर होते हैं. 100 ग्राम आंवला में लगभग 700 ग्राम विटामिन सी होता है. सर्दियों में इसके सेवन से काफी फायदा होगा.

Chyawanprash In Winters: सर्दियों के मौसम के आते ही घर में ये बात हर कोई कहने लगता है कि च्यवनप्राश सभी को खाना चाहिए. बचपन से ही बच्चे ये बात बात माता-पिता और दादा-दादी से सुनते आते हैं. दरअसल, च्यवनप्राश में कई जड़ी बूटियां होती हैं जो हमारे शरीर को गर्म और इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करती हैं जिससे वायरल इन्फेक्शन से लड़ने में शरीर को मदद मिल सके. लेकिन, क्या आपको च्यवनप्राश खाने का सही तरीका पता है?  इसे कब, किस तरह खाना चाहिए क्या इसकी जानकारी आपको है? अगर नहीं, तो यहां जानिए. 

अगर घर परिवार में अस्थमा या सांस के मरीज हैं तो उन्हें च्यवनप्राश दूध या दही के साथ नहीं खाना चाहिए. जिन्हें ब्लड शुगर की समस्या है उन्हें भी डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए. अगर आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल है तो आप हर दिन 3 ग्राम च्यवनप्राश का सेवन कर सकते हैं

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