दिन-ब-दिन बढ़ रही गर्मी और मौसम में हो रहे बदलाव के चलते सेहत के लिहाज से आने वाले कुछ दिन काफी खास रहने वाले हैं। ऐसे में जरूरी है कि किसी भी तरह के इन्फेक्शन या अन्य परेशानी से बचने के लिए रोजाना की जिंदगी में कुछ छोटे-मोटे बदलाव कर लिए जाएं। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं डॉक्टर द्वारा बताए गए कुछ जरूरी टिप्स।
नई दिल्ली। Health Tips: गर्मी का सितम दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। बता दें, कि आने वाले दिनों में और भी ज्यादा सावधानी की जरूरत है, क्योंकि एक बार शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने से कई तरह के इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं इन दिनों सेहत का ख्याल रखने के कुछ कारगर तरीके, जिन्हें लेकर जागरण के ब्रह्मानंद मिश्र ने डॉ. हंसा जी योगेंद्र, निदेशक, द योग इंस्टीट्यूट से खास बातचीत की है। आइए जानें।
बीमार होने से बचें
डॉ. हंसा जी योगेंद्र बताती हैं कि गर्मी लगने पर पंखे को बहुत तेज करने या एसी की कूलिंग बढ़ाने की भूल न करें। बता दें, कि इससे दिक्कत हो सकती है, अगर सिर के ऊपर बहुत तेज पंखा या एसी चल रहा है तो कपाल, कान के नीचे का हिस्सा और गाल के आसपास के साइनस डिस्टर्ब हो जाते हैं। साथ ही, इन्फेक्शन से सर्दी-खांसी और बुखार भी हो सकता है। वहीं, इम्युनिटी कमजोर होने से पाचन शक्ति पर भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में अगर आप डाइट पर ध्यान नहीं देंगे तो दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। बदलते मौसम को देखते हुए पैकेट बंद चीजें खाने से भी बचें, क्योंकि इसमें सोडियम और शुगर होता है। आर्टिफिशियल रंग और फ्लेवर गर्मी में बीमार कर सकते हैं। ठंडी चीजों के सेवन में भी सावधानी बरतें।
सेहतमंद रहने के लिए अपनाएं ये टिप्स
पर्याप्त नींद लें
क्या आप जानते हैं कि इन दिनों थोड़ी ज्यादा नींद लेना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है? बता दें, कि अगर दिन में भी एक झपकी ले ली जाए तो ये अच्छा रहता है। कुल मिलाकर अपने शरीर के संकेतों को समझें। यह सच है कि गर्मी में अच्छी नींद नहीं आ पाती है, लेकिन अगर आप आधा घंटा भी नहीं सो सकते तो 10 मिनट की भी झपकी भी आपको तरोताजा कर सकती है। ऐसे में शवासन का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
तमाम उपायों के बाद भी अगर नींद न आए तो, बिस्तर पर जाकर कमरे में अंधेरा करें और मन में अच्छे विचार लाने की कोशिश करें। कोई पुरानी बात या किस्से कहानियों को याद करने की कोशिश करें, जो आपके दिमाग को सुकून देने का काम करें। ध्यान रहे, ऐसे में दिमाग में प्रसन्नता आनी चाहिए, गुस्सा और तनाव नहीं।
शवासन और मकरासन करें
खाना खाने से पहले अगर पांच मिनट के लिए भी पेट के बल लेट जाएं तो एसिडिटी की समस्या नहीं होगी। रात में करवट लेकर सोना ही ज्यादा फायदेमंद है। उल्टा या सीधा लेटने से बचें और तकिया इस तरह लें कि आपका मुंह खुला न हो, नहीं तो खर्राटे आएंगे। तकिया थोड़ा ऊंचा लें। सर्दी-खांसी नहीं होगी तो भी खर्राटे नहीं आएंगे। साथ ही सुबह उठने के बाद अनुलोम-विलोम भी करें।
मौसमी फल-सब्जियां खाएं
इन दिनों खानपान पर विशेष तौर पर ध्यान देना जरूरी होता है। ऐसे फ्रूट्स और सब्जियां खाएं जिनमें भरपूर मात्रा में पानी पाया जाता है, जैसे- तरबूज, ककड़ी, खीरा, तोरी आदि। बता दें, कि इन दिनों रात के समय खिचड़ी और कढ़ी खाना भी फायदेमंद होता है। इसके अलावा खाने में भी चीजें बदल-बदलकर खाने की कोशिश करें, जिससे शरीर को किसी भी पोषक तत्व की कमी का सामना न करना पड़े।
फ्रूट जूस लेने से बचें
इस मौसम में फलों का जूस लेने से बचना चाहिए। ऐसे में आप संतरे या मौसमी का जूस पीने के बजाय अगर इन फ्रूट्स को खाएंगे, तो इससे शरीर को फाइबर भी मिलेगा और न्यूट्रिशन भी। साथ ही, आप नारियल पानी का सेवन भी कर सकते हैं।
कम खाएं, अच्छा खाएं
इन दिनों छाछ, लस्सी, पनीर ले सकते हैं। गाय का दूध भी फायदेमंद है, साथ ही आप मूंगफली के दाने (10-12) उबालकर भी का सकते हैं, इससे आपको काफी प्रोटीन मिल जाता है। साथ ही, इन दिनों ज्यादा भोजन करने से भी बचना चाहिए। कम खाएं लेकिन अच्छा खाएं वाला फार्मूला अपना सकते हैं। इसके अलावा खूब पानी पीएं, लेकिन ध्यान रखें कि ये ज्यादा ठंडा न हो। फ्रिज से निकालकर सीधे तौर पर कोई चीज न खाएं।
खुशहाल रहना भी है जरूरी
बदलते मौसम में मूड भी अक्सर बिगड़ता है, इसलिए कुछ भी कहने से पहले शब्दों पर ध्यान रखें और जितना हो सकते मौन ही रहें। मन को तरोताजा रखने के लिए जितना हो सके हल्की-फुल्की चीजें पढ़ें, यानी हंसने के तरीके खोजें। अध्यात्म के करीब जाएं। भगवान श्रीराम के चरित्र और व्यवहार को देखें, सुनें, पढ़ें, इससे मानसिक लाभ मिलेगा। आत्म चिंतन, मनन करना जरूरी है। कम बोलें, सही समय पर बोलें।
कौन सा आसन करें?
सर्वांग आसन शरीर को आराम देता है और तनाव कम करता है। लेटे-लेटे भद्रासन करना, पैरों को जोड़ लेना या पद्मासन करना लाभदायक है। बाहर धूप में जाने से बचें। खाना खाने के बाद कमरे में ही थोड़ा टहलें, इससे पाचन सही रहेगा। प्रतिदिन 10 हजार कदम चलना चाहिए। अच्छे वातावरण में सुबह-शाम टहल सकते हैं।
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